
मेरी आस्था " गाय '' में है, "गाय" कोई जानवर नहीं है , वो धर्म है , ये एक लाभदायक धर्म है इसके अंतर्गत निन्म गुण है ______
1- ये पुरुषवादी धर्म नहीं है ये नारीवादी धर्म है !
2- ये अकेला ऐसा धर्म है जो दूध देता है और इसके मूत्र -गोबर के इस्तेमाल से बाबा रामदेव जैसे राजनेता \ धर्मनिष्ट\व्यापारी \अर्धनारीश्वर पैदा होते हैं !
3-कुछ धर्म जो आवारा सडको पर फिरता है उसकी रक्षा के लिए आश्रम बनाये जाते हैं चंदा लिया जाता है जिससे कई प्रकार के वो पैदा होते हैं ,, वो आश्रम वालो को क्या बोलते हैं ?
अब इसकी कमजोरी _____
1- जो धर्म आवारा फिरता है वो अक्सर प्लास्टिक खाकर पेट कि बीमारियों से मर जाता है !
2- इस धर्म कि अक्सर सड़क दुर्घटनाओं में असमय मृत्यु या अपाहिज होने का खतरा बना रहता है !
3- इस धर्म को एक सम्प्रदाय विशेष के लोग चाव से खा जाते हैं !
:'( .....रोना भी आगया ...:'(
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इस धर्म का एक जंगली संस्करण भी होता है जो नीलगाय कहा जाता है वो अक्सर किसानो कि फसलों को बर्बाद कर देता है,,वो पीछे से गधे के जेसा और आगे से घोड़े के जैसा होता है ! वो धर्म का रंग नीला नहीं होता है ,, शेष फिर कभी .......................
नोट- इस धर्म में हमारी आस्था है कृपया हमारी आस्था को ठेस न लगाये !!!
_____________________ किरण श्रीवास्तव !!
इस धर्म का एक जंगली संस्करण भी होता है जो नीलगाय कहा जाता है वो अक्सर किसानो कि फसलों को बर्बाद कर देता है,,वो पीछे से गधे के जेसा और आगे से घोड़े के जैसा होता है ! वो धर्म का रंग नीला नहीं होता है ,, शेष फिर कभी .......................
नोट- इस धर्म में हमारी आस्था है कृपया हमारी आस्था को ठेस न लगाये !!!
_____________________ किरण श्रीवास्तव !!
आस्था ही जीवन है....
ReplyDeleteमीतू... ये तुमने बड़ी असंतुलित पोस्ट लिखी... दोनों तरफ की बात ..या कुछ तोलल कर दोनों और का संतुलन रखा... शुभदिवस ..दीदी
ReplyDeletebahut hi umda likh hai ,aap ki baat lekh ke maadhym se theek se pahuch gaee
ReplyDeletebahut sundar vichar h apke
ReplyDeletethanks
धर्म नहीं माता कहा जाता है..गौ माता..अच्छा नहीं लगा आपका पोस्ट..धन्यवाद
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